BBC History in Hindi : आज कल BBC News भारत में काफी चर्चा में बना हुआ है, दरअसल बीबीसी की प्रसारण सेवा के दौरान कई बार ऐसे मामले आए जब ब्रिटेन की पब्लिक ब्रॉडकास्टर बीबीसी का भारत सरकार के साथ टकराव हुआ। द मोदी क्वेश्चन विवादों के घेरे में है। इस डॉक्यूमेंट्री को भारत सरकार ने ‘प्रोपगैंडा’ करार दिया है और कहा है कि ब्रिटेन की पब्लिक ब्रॉडकास्टर बीबीसी औपनिवेशक मानसिकता दिखा रही है। वही मगलवार यानी 14 फ़रवरी 2023 को BBC के हेडऑफिस में इनकम टैक्स का छापा पीडीए है। तो आज हम आपको इस आर्टिकल में बीबीसी के इतिहास बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले है।
BBC Highlights
कंपनी | बीबीसी (ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन) |
कंपनी कार्य | पत्रकारिता, प्रसारण |
स्थापना | 18 अक्टूबर 1922 |
संस्थापक | जॉन रीथ (1889-1971) |
डायरेक्टर/मेनेजर | टिम डेवी |
बोर्ड मेम्बर | विलियम हेली |
देश | यूनाइटेड किंगडम |
मुख्यालय | लन्दन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://www।bbc।com |
BBC History in Hindi | बीबीसी का इतिहास
BBC यूनाइटेड किंगडम स्थित पब्लिकली फंडेड ब्राडकॉस्टिंग संस्था है। यह यूनाइटेड किंगडम के रॉयल चार्टर से संचालित होती है। इसकी स्थापना साल 1922 में की गई थी। साल 1925 में एक पार्लियामेंट्री कमेटी की सिफारिश पर इस कंपनी को लिक्विडेट कर दिया गया और फिर साल 1927 में एक पब्लिक कॉर्पोरेशन के तहत BBC की स्थापना की गई। इसके ट्रस्ट के सदस्यों को ब्रिटिश क्राउन के द्वारा नियुक्त किया जाता है।
1 अप्रैल 2014 से, इसने बीबीसी वर्ल्ड सर्विस (1932 में बीबीसी एम्पायर सर्विस के रूप में लॉन्च) को भी वित्त पोषित किया है, जो 28 भाषाओं में प्रसारित होता है और अरबी और फ़ारसी में व्यापक टीवी, रेडियो और ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करता है।
बीबीसी का फुल फॉर्म
बीबीसी का फुल फॉर्म ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन है। बीबीसी दुनिया भर के विभिन्न देशों में सबसे बड़े टेलीविजन नेटवर्क में से एक है जो समाचार कार्यक्रमों को प्रसारित करता है।
बीबीसी क्या है ?
बीबीसी एक यूनाइटेड किंगडम की न्यूज़ कंपनी है जिसने पुरे विश्व में अपने प्रसारणों से काफी चर्चा बटोरी है। पहले इसका नाम इसका नाम ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कंपनी था। बाद में ब्रॉडकास्टिंग कंपनी को बदलकर ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन कर दिया गया।
जनवरी 1927 में एक शाही फरमान द्वारा ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन की स्थापना की गई। इन वर्षों में, बीबीसी ने अपना अच्छा खासा विस्तार किया हैं। और अब यह हिंदी, बंगाली, नेपाली, तमिल, गुजराती, मराठी, पंजाबी और तेलुगु और अंग्रेजी में भारत में अपने कार्यक्रमों का प्रसारण करता है।
BBC Documentry- India : The Modi Question
डॉक्यूमेंट्री इंडिया: द मोदी क्वेश्चन विवादों के घेरे में है. इस डॉक्यूमेंट्री को भारत ने ‘प्रोपगैंडा’ करार दिया है और कहा है कि ब्रिटेन की पब्लिक ब्रॉडकास्टर बीबीसी औपनिवेशक मानसिकता दिखा रही है. बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री में दावा किया गया है कि उन्होंने 2002 गुजरात दंगों से जुड़े कुछ पहलू की पड़ताल की, ये वो समय था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. विवाद बढ़ने के बाद कथित रूप से सरकार ने कई यूट्यूब और ट्विटर लिंक को हटाने के आदेश दिए. इन लिंक पर क्लिक करके डॉक्यूमेंट्री देखी जा सकती थी. इस कदम के लिए विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की और डॉक्यूमेंट्री को ब्लॉक करने के सरका के फैसले को सेंसरशिप करार दिया.
बीबीसी से जुडी 10 रोचक तथ्य/जानकारियां
- वर्ष 1922 में बीबीसी का बुलेटिन दो बार जाना शुरू किया गया। एक बार सामान्य गति से औ दूसरी बार धीमी गति से। जिसके बाद दर्शको से अपनी पसंद बताने को कहा गया।
- जब 1923 में जब इसकी शुरुआत की गई तब इसकी लाइसेंस फीस 10 शीलिंग यानि करीब आधे पाउंड की थी। मतलब इस चैनल को देखने वाले प्रति घर को यह राशि देनी होती थी। जिससे बीबीसी को आर्थिक मदत मिल सके।
- बीबीसी के इंटव्यूअर जेरेमी पैक्समैन ने ब्रिटेन के गृह मंत्री माइक हॉवर्ड से 12 बार मई 1997 में एक ही सवाल पूछा। यह सवाल जेल सेवा के प्रमुख की बात ना माने जाने जाने की धमकी से जुड़े विवाद पर था।
- द्वितीय विश्व युद्ध में प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने बीबीसी रेडियो पर 33 बार भाषण दिए।
- बीबीसी का दुनिया में 42 भाषाओं में प्रसारण होता है।
- बीबीसी पर दुनिया का सबसे लंबा चलने वाला रेडियो ड्रामा कार्यक्रम “द आर्चर्स” The Archers”, 71 साल का हो गया है।
- बीबीसी के फ्रेंच भाषा के रेडियो स्टेशन प्रेज़ेंटर फ्रेंक बाउर ने 517 बार नाजी शासन के आधीन आ गए फ्रांस को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लंदन से संबोधित किया।
- ओपन यूनिवर्सिटी से डिग्री लेने वाले 20 लाख लोगों ने ओपन यूनिवर्सिटी को धन्यवाद दिया। ससे बीबीसी के माध्यम से घर पर ही पढ़ाई करना संभव हो पाया।
- साल 1953 में जब महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय की ताजपोशी हुई तब 2 करोड़ 10 लाख लोगों ने इसे बीबीसी टीवी पर देखा। यह टीवी पर प्रसारित किया गया पहला बड़ा कार्यक्रम था।
- महारानी एलिज़ाबेथ के ताबूत को लंदन की सड़कों से उनके अंतिम संस्कार के बाद वेस्टमिंस्टर एबे ले जाया जा रहा था तब 19 सितंबर को दो करोड़ 24 लाख लोगों ने बीबीसी का प्रसारण देखा।